यदि आप मोबाइल फ़ोन्स या स्मार्टफोन का उपयोग करते हैं तो mobile charger के बारे में जरूर जानते होंगे। मोबाइल चार्जर का उपयोग डिस्चार्ज हो चुके मोबाइल या स्मार्टफोन के बैटरी को चार्ज करने के लिए किया जाता है। यदि आपको मोबाइल चार्जर के बारे मे जानकारी नहीं है और आप जानना चाहते हैं कि मोबाइल चार्जर क्या होता है तो हमारे पिछले पोस्ट को जरूर पढ़ें।
यदि आप बहुत समय से मोबाइल फोन का उपयोग कर रहे हैं तो कभी-न-कभी आपका मोबाइल फोन या मोबाइल चार्जर खराब जरूर हुआ होगा। हालांकि सामान्य मोबाइल चार्जर की कीमत 100 रूपये के अन्दर ही होती है जिस वजह से एक चार्जर खराब हो जाने के बाद लोग दूसरा नया चार्जर खरीद लेते हैं।
लेकिन आपको ये जानकर शायद बहुत ही हैरानी होगी कि खराब मोबाइल चार्जर की रिपेयरिंग 10 रूपये के अन्दर खर्च में ही हो जाती है। बहुत बार तो मोबाइल चार्जर किट खराब भी नहीं होता, वो सिर्फ कनेक्शन वायर में गड़बड़ी की वजह से चार्जर काम नहीं करता है और लोग उसे खराब समझकर कचरे के डिब्बे में फेंक देते हैं।
यदि आपका भी मोबाइल चार्जर या स्मार्टफोन चार्जर कभी काम नहीं करता है और आप उसे खराब समझकर फेक देते हैं तो आप बहुत बड़ी गलती कर रहे हैं क्योंकि हो सकता है कि आपका चार्जर सिर्फ कनेक्शन वायर में गड़बड़ी की वजह से काम न कर रहा हो।
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यदि आपके भी मोबाइल चार्जर का सर्किट सही हो और वो सिर्फ इनपुट वायर और आउटपुट वायर में खराबी की वजह से काम नहीं कर रहा हो तो आप खुद से अपने चार्जर की रिपेयरिंग कर सकते हैं। लेकिन यदि आपको पता नहीं है कि मोबाइल चार्जर में इनपुट कनेक्शन वायर और आउटपुट कनेक्शन वायर का कनेक्शन कैसे करते हैं तो ये पोस्ट जरूर पढ़ें।
इस पोस्ट में आज हम किसी भी प्रकार के मोबाइल चार्जर मे इनपुट तार और आउटपुट चार्जिंग तार का कनेक्शन करने की पूरी जानकारी हिंदी में देने जा रहे हैं। यदि आपको रिपेयरिंग का काम नहीं आता है लेकिन शोल्डिंग करना जानते हैं तो इस पोस्ट को पढ़कर आप खुद से अपने मोबाइल चार्जर का कनेक्शन कर सकते हैं।
मोबाइल चार्जर सर्किट डायग्राम विथ ट्रांसफार्मर
मोबाइल चार्जर में इनपुट एसी सप्लाई और आउटपुट डीसी सप्लाई के तार का कनेक्शन करना बहुत ही आसान होता है। Mobile charger connection को समझने के लिए आप निम्नलिखित mobile charger wiring diagram की मदद ले सकते हैं। इस चार्जर कनेक्शन डायग्राम को देखने के बाद नीचे बताए जा रहे जानकारी पढना भी न भूलें।
मोबाइल चार्जर सर्किट के इनपुट भाग और कंपोनेंट्स की जानकारी
ऊपर mobile charger connector diagram में आप देख सकते हैं कि पूरे सर्किट डायग्राम में हमने 3 पार्ट में अलग-अलग सर्किट को दर्शाया है। इनमें से 2 सर्किट चार्जर के इनपुट का है और नीचे वाला एक सर्किट आउटपुट का है। इन तीनों पार्ट के सर्किट के के बारे में जानने से पहले आप ये जान लीजिये कि पूरे मोबाइल चार्जर सर्किट डायग्राम में किस रंग के लकीर का उपयोग हमने किसलिए किया है।
- ग्रे या सलेटी रंग – सलेटी रंग से हमने मोबाइल चार्जर सर्किट के सभी मटेरियल के बॉर्डर को दर्शाया है।
- हरा रंग – हरा रंग से हमने रेजिस्टेंस या प्रतिरोध को दर्शाया है।
- पीला रंग – पीला रंग से हमने तीनों पार्ट के सर्किट को अलग-अलग किया है।
- ब्लू रंग – ब्लू या नीले रंग का इस्तेमाल हमने मेन बिजली सप्लाई के रूट को दर्शाने के लिए किया है।
- काला रंग – काला रंग से हमने डीसी के (-) रूट को दर्शाया है।
- लाल रंग – लाल रंग से हमने डीसी के (+) रूट को दर्शाया है।
मोबाइल चार्जर सर्किट डायग्राम के इनपुट पार्ट के सभी कंपोनेंट्स के लिस्ट
ऊपर मोबाइल चार्जर सर्किट डायग्राम में हमने 2 इनपुट सर्किट को दर्शाया है। दोनों ही सर्किट में निम्नलिखित कंपोनेंट्स का इस्तेमाल किया गया है (मोबाइल चार्जर सर्किट के अलावे भी बाकी के चार्जर सर्किट में भी इन्हीं कोम्पोपेंट्स का ही इस्तेमाल होता है)।
1) Resistance:- चार्जर सर्किट के इनपुट में रेजिस्टेस क्यों लगाया जाता है?
किसी भी प्रकार के चार्जर सर्किट के इनपुट पार्ट में सप्लाई पर ही एक रेजिस्टेंस (प्रतिरोध) लगाया जाता है। ये प्रतिरोध 1 ओह्म्स से लेकर 10Ω तक का होता है। किसी भी चार्जर सर्किट में इस प्रतिरोध का उपयोग निम्नलिखित 2 कामों के लिए किया जाता है?
- इनपुट करंट के मान को कम करने के लिए
- किसी भी प्रकार के शोर्टिंग की स्थिति में ये प्रतिरोध एक फ्यूज का काम करता है। जब चार्जर किट में शोर्टिंग की स्थिति आती है तब ये प्रतिरोध जल जाता है जिससे आगे का सर्किट खराब होने से बच जाता है।
2) IN 4007 Diode: चार्जर सर्किट के इनपुट में डायोड क्यों लगाया जाता है?
चार्जर सर्किट में इनपुट एसी को डीसी में बदलने के लिए डायोड का इस्तेमाल किया जाता है। ज्यादातर चार्जिंग सर्किट में IN4007 डायोड का इस्तेमाल किया जाता है। खासकर मोबाइल चार्जर सर्किट में एसी को डीसी में बदलने के लिए निम्नलिखित 2 प्रकार से डायोड का इस्तेमाल किया जाता है।
- 4 डायोड का इस्तेमाल:- 90% मोबाइल चार्जर के इनपुट में रेक्टिफायर बनाने के लिए 4 डायोड का ही इस्तेमाल किया जाता है। 4 डायोड के इस्तेमाल से बने रेक्टिफायर को फुल वेव ब्रिज रेक्टिफायर कहते हैं।
- सिंगल डायोड का इस्तेमाल:- बहुत कम चार्जर सर्किट में ही सही, लेकिन इनमें रेक्टिफायर के लिए सिर्फ एक डायोड का ही इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि ये रेक्टिफायर भी सही से काम करता है लेकिन ब्रिज रेक्टिफायर के तुलना में सही नहीं होता है। सिंगल डायोड वाले रेक्टिफायर को हाफ वेव रेक्टिफायर कहा जाता है।
3) Filter Capacitor:- चार्जर सर्किट में फ़िल्टर केपेसिटर का इस्तेमाल क्यों किया जाता है?
हाफ वेव रेक्टिफायर हो या फुल वेव रेक्टिफायर, दोनों के ही आउटपुट डीसी के साथ एक फ़िल्टर केपेसिटर लगाया जाता है। ये केपेसिटर 400 वोल्ट का और 3.3 mfd तक का होता है। चार्जर सर्किट या फिर कहें किसी भी सर्किट में 2 कारणों से फ़िल्टर केपेसिटर को लगाया जाता है।
- Rectifier के आउटपुट डीसी में एसी का भी कुछ अंश मौजूद रहता है जिसे फ़िल्टर करने के लिए फ़िल्टर केपेसिटर लगाया जाता है।
- फ़िल्टर का काम होता है इलेक्ट्रिक ऊर्जा को अपने अन्दर स्टोर करना ताकि जरूरत पड़ने पर वो ऊर्जा सर्किट के काम आ सके। बस इसी वजह से चार्जर सर्किट में भी फ़िल्टर केपेसिटर का इस्तेमाल किया जाता है।
4) Transformer:- चार्जर सर्किट में ट्रांसफार्मर का इस्तेमाल क्यों किया जाता है?
चार्जर में स्टेप डाउन टाइप का ट्रांसफार्मर इस्तेमाल किया जाता है और स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर का काम होता है हाई वोल्ट एसी सप्लाई को लो वोल्ट एसी में बदलना। चार्जर सर्किट में भी इसी काम के लिए ट्रांसफार्मर लगाया जाता है।
लेकिन यहाँ ध्यान देने वाली बात ये है कि चार्जर के ट्रांसफार्मर के इनपुट में 4 पिन होता है जिसमें से 2 पिन का कनेक्शन रेक्टिफायर के आउटपुट अर्थात फ़िल्टर केपेसिटर से किया जाता है। लेकिन बाकी के 2 पिन का कनेक्शन करने के लिए सर्किट में और भी कंपोनेंट्स लगा होता है जिसके बारे में हम बाद में बात करेंगे।
एक और बात का ध्यान रहे कि ट्रांसफार्मर सिर्फ एसी सप्लाई पर ही काम करता है जबकि यहाँ तो ट्रांसफार्मर के इनपुट के 2 पिन में डीसी सप्लाई दिया जा रहा है। तो इस वजह से बहुत लोगों को कन्फ्यूजन हो जाता है कि चार्जर का ट्रांसफार्मर तो डीसी सप्लाई पर ही काम करता है!
लेकिन ऐसा बिलकुल भी नहीं है, चार्जर का ट्रांसफार्मर भी एसी सप्लाई पर ही काम करता है। दरअसल चार्जर के ट्रांसफार्मर का इनपुट सिर्फ फ़िल्टर किये गए डीसी पर ही निर्भर नहीं करता है बल्कि बाकी के 2 पिन के कनेक्शन पर भी निर्भर करता है।
चार्जर के सर्किट में और भी कंपोनेंट्स लगे होते हैं जिसका कनेक्शन ट्रांसफार्मर के बचे हुए 2 पिन के साथ किया जाता है। दरअसल इन सभी कंपोनेंट्स का ही कनेक्शन इस तरह से किया होता है कि चार्जर के ट्रांसफार्मर को एसी सप्लाई मिलने लगता है और वो काम करने लगता है। चार्जर के ट्रांसफार्मर को किस प्रकार से एसी सप्लाई मिलता है इसके बारे में हम अगले पोस्ट में बात करेंगे।
Mobile charger circuit के इनपुट पार्ट में सभी कंपोनेंट्स का कनेक्शन कैसे होता है?
ऊपर mobile charger circuit diagram में हमने चार्जर किट में इनपुट के लिए 2 सर्किट बनाया है और आउटपुट के लिए सिर्फ एक ही सर्किट बनाया है। पहले इनपुट सर्किट में हमने 4 डायोड की सहायता से ब्रिज रेक्टिफायर बनाकर एसी को डीसी में कन्वर्ट किया है जबकि दूसरे इनपुट सर्किट में हमने एसी को डीसी में कन्वर्ट करने के लिए सिर्फ एक डायोड का उपयोग किया है।
दोनों ही सर्किट का मकसद डायोड के माध्यम से एसी को डीसी में कन्वर्ट करके केपेसिटर के द्वारा उसे फ़िल्टर करना और फ़िल्टर हो जाने के बाद उसका सप्लाई ट्रांसफार्मर को दे देना ही है। नीचे के पॉइंट से भी आप मोबाइल चार्जर सर्किट डायग्राम के इनपुट भाग को समझ सकते हैं।
- पहले वाले मोबाइल चार्जर सर्किट में सबसे पहले हमने एक फुल वेव ब्रिज रेक्टिफायर बनाया।
- दुसरे वाले सर्किट में हमने हाफ वेव रेक्टिफायर बनाया अर्थात सिर्फ एक डायोड ले लिया।
- आगे अब दोनों रेक्टिफायर में एक-समान रूप से कनेक्शन होगा।
- दोनों रेक्टिफायर के इनपुट के सीरीज क्रम में हमने 10 ओह्म्स का एक रेजिस्टेंस लगा दिया है।
- रेजिस्टेंस सहित, रेक्टिफायर का इनपुट ही चार्जर का इनपुट होगा अर्थात रेक्टिफायर के इनपुट वाले पिन पर ही बिजली का सप्लाई जायेगा, बशर्ते कि इस कनेक्शन के बीच सीरीज क्रम में एक प्रतिरोध लगा हो।
- दोनों ही रेक्टिफायर के आउटपुट डीसी को फ़िल्टर केपेसिटर की सहायता से फ़िल्टर कर दिया गया है।
- यहाँ ध्यान रहे कि रेक्टिफायर के आउटपुट में भी (+) और (-) होता है और फ़िल्टर केपेसिटर में भी (+) और (-) होता है। इसलिए रेक्टिफायर के आउटपुट के (+) में ही फ़िल्टर केपेसिटर का (+) और, (-) में ही फ़िल्टर केपेसिटर का (-) लगना चाहिए।
- फ़िल्टर केपेसिटर के (+) और (-) को समझने के लिए एक सिंपल तरीका बता रहा हूँ, रेक्टिफायर के आउटपुट में डायोड के (+) वाले पिन पर फ़िल्टर केपेसिटर का (-) जायेगा, और डायोड के (-) वाले पिन पर फ़िल्टर केपेसिटर का (+) जाएगा।
- फ़िल्टर करने के बाद उसी सप्लाई को ट्रांसफार्मर के 2 पिन से जोड़ दिया गया है।
- ट्रांसफार्मर के बाकी के 2 पिन का कनेक्शन करने के लिए चार्जर सर्किट में अन्य कंपोनेंट्स लगे होते हैं जिसके बारे में हम अगले पोस्ट में बात करेंगे।
मोबाइल चार्जर सर्किट के आउटपुट पार्ट और कंपोनेंट्स की जानकारी
ऊपर आपने मोबाइल चार्जर सर्किट के इनपुट पार्ट का कनेक्शन करना सीख लिया है (कुछ बातें बची हुई हैं जो अगले पोस्ट में बताया जाएगा) और अब सिर्फ आउटपुट पार्ट का कनेक्शन करना ही बाकी रह गया है। तो चलिए सबसे पहले मोबाइल चार्जर के आउटपुट पार्ट के सभी मटेरियल के बारे में जान लेते हैं।
- ट्रांसफार्मर:- चार्जर के इनपुट पार्ट में जिस ट्रांसफार्मर का इस्तेमाल किया गया था उसी ट्रांसफार्मर से आउटपुट के लिए भी 2 पिन निकला होता है। चार्जर सर्किट के आउटपुट में हम उसी ट्रांसफार्मर के दोनों आउटपुट पिन का इस्तेमाल करेंगे।
- डायोड:- ट्रांसफार्मर का आउटपुट करंट एसी होता है, इसलिए इसे डीसी में बदलने के लिए एक डायोड का इस्तेमाल किया जाता है। यदि आप चाहें तो अपने चार्जर के आउटपुट को डीसी में बदलने के लिए 4 डायोड का भी इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन चार्जर में एक डायोड का ही इस्तेमाल किया हुआ आपको मिलेगा। चूंकि चार्जर का आउटपुट वोल्टेज, इनपुट वोल्टेज से कम होता है इसलिए इसमें कम पावर का डायोड लगाया जाता है। आमतौर पर मोबाइल चार्जर में 5819 डायोड का इस्तेमाल किया जाता है।
- कैपेसिटर:- जिस प्रकार से इनपुट वाले पार्ट में फ़िल्टर करने के लिए और इलेक्ट्रिक ऊर्जा को स्टोर करने के लिए फ़िल्टर कपैसिटर का इस्तमाल किया गया था ठीक उसी प्रकार से यहाँ भी कपैसिटर का उपयोग होगा। लेकिन आउटपुट में चूंकि कम वोल्ट होगा इसलिए मोबाइल चार्जर सर्किट के आउटपुट में आमतौर पर 10 वोल्ट या 16 वोल्ट का केपेसिटर इस्तेमाल किया जाता है। इस केपेसिटर की स्टोरेज कैपेसिटी 100 mfd से 470 mfd तक होती है।
- चार्जिंग एलईडी:- यदि आप चार्जिंग होते समय इंडिकेटर के रूप में बल्ब लगाना चाहते हैं तो लाल रंग के चार्जर एलईडी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- रेजिस्टेंस:- चार्जर का आउटपुट डीसी 5 वोल्ट से भी ज्यादा होता है जबकि चार्जिंग एलईडी को सिर्फ 3 वोल्ट तक की ही जरूरत होती है। इसलिए चार्जिंग एलईडी के कनेक्शन के सीरीज क्रम में 1000 ओह्म्स तक का एक रेजिस्टेंस लगाया जाता है।
- चार्जिंग वायर:- मोबाइल को चार्ज करने के लिए चार्जर के आउटपुट पर एक चार्जिंग वायर लगाया जाता है। आपको आसानी से समझने के लिए mobile charger circuit diagram के अंत में हमने पतला पिन वाला चार्जिंग वायर लगा दिया है। मोबाइल चार्जिंग वायर को mobile charger cable भी कहा जाता है।
मोबाइल चार्जर सर्किट के आउटपुट पार्ट में सभी कंपोनेंट्स का कनेक्शन कैसे होता है?
अभी तक आपने मोबाइल चार्जर के इनपुट पार्ट का कनेक्शन करने के बारे में और आउटपुट के सभी मटेरियल और उनके कामों के बारे में जान लिया है। तो चलिए अब हम आपको मोबाइल चार्जर सर्किट के आउटपुट पार्ट के सभी मटेरियल का कनेक्शन के बारे में विस्तार से बताते हैं।
- ट्रांसफार्मर के आउटपुट पर एसी को हाफ वेव रेक्टिफायर अर्थात सिर्फ एक डायोड की मदद से ही डीसी में बदला जाता है। इसलिए ट्रांसफार्मर के आउटपुट के किसी भी एक पिन को (-) के कनेक्शन के लिए कॉमन ले लिया जाता है।
- चूंकि ट्रांसफार्मर के एक पिन को (-) के लिए कॉमन लिया जाता है इसलिए दुसरे पिन से (+) प्राप्त करने के लिए डायोड का कनेक्शन किया जाएगा।
- इसलिए ट्रांसफार्मर के दुसरे पिन से डायोड का (+) जोड़ा जाएगा।
- अब डायोड का आउटपुट और ट्रांसफार्मर का कॉमन पिन, इस हाफ वेव रेक्टिफायर का आउटपुट होगा।
- रेक्टिफायर के इसी आउटपुट पर 10v या 16v का फ़िल्टर केपेसिटर लगाया जाएगा। लेकिन ध्यान रहे कि कॉमन वाले पिन में केपेसिटर का (-) लगेगा और डायोड के आउटपुट अर्थात डायोड के (-) पर केपेसिटर का (+) लगेगा।
- अब इसी केपेसिटर पर mobile charger cable के तार का कनेक्शन किया जाएगा। अर्थात केपेसिटर के (+) पर मोबाइल चार्जर केबल का (+) और, केपेसिटर के (-) पर चार्जर केबल का (-) लगाया जाएगा।
- अब यदि आप इस चार्जर किट में चार्जिंग एलईडी भी लगाना चाहते हैं तो इसी केपेसिटर पर एलईडी का भी कनेक्शन होगा। अर्थात केपेसिटर के (+) में एलईडी का (+) और केपेसिटर के (-) में एलईडी का (-) लगेगा। लेकिन एलईडी के (+) वाले कनेक्शन के बीच सीरीज क्रम में लगभग 1000 ओह्म्स का एक प्रतिरोध भी लगाया जाएगा नहीं तो चार्जिंग एलईडी जल जाएगा।
किसी भी चार्जर में चार्जिंग केबल और बिजली सप्लाई का कनेक्शन कैसे किया जायेगा?
यदि आपने हमारे मोबाइल चार्जर सर्किट डायग्राम को अच्छे से देखा होगा और यदि ऊपर की जानकारी पढ़ा होगा तो उससे आप आसानी से अपने चार्जर में इनपुट और आउटपुट वायर का कनेक्शन कर सकते हैं। लेकिन फिर भी हम यहाँ कुछ अन्य टिप्स बता रहे हैं जिससे आप आसानी से किसी भी चार्जर में इनपुट और आउटपुट तार का कनेक्शन कर सकेंगे।
मोबाइल चार्जर में इनपुट बिजली सप्लाई का कनेक्शन कहाँ होगा?
किसी भी चार्जर के इनपुट वाले पार्ट में 4 डायोड या सिंगल डायोड का जो एक रेक्टिफायर बनाया जाता है उस रेक्टिफायर में इनपुट के लिए 2 पिन होता है। यदि आप रेक्टिफायर के इनपुट और आउटपुट कनेक्शन की पहचान करना नहीं जानते हैं तो पहले उस पोस्ट को पढ़ लें।
रेक्टिफायर के इनपुट वाले उसी दोनों पिन में से किसी भी एक पिन पर बिजली के एक तार का कनेक्शन होता है। और रेक्टिफायर के इनपुट वाले दुसरे पिन पर सीरीज क्रम में एक प्रतिरोध लगाया जाता है और उसी प्रतिरोध के दुसरे पिन पर बिजली के दुसरे तार के लिए कनेक्शन होता है।
चार्जर किट में इनपुट कनेक्शन की पहचान करने का आसान तरीका
- कौन-सा डायोड इनपुट पार्ट के रेक्टिफायर का है, इसकी पहचान आप चार्जर सर्किट में लगे फ़िल्टर केपेसिटर से कर सकते हैं। जिस डायोड पर लगभग 400v या 450v का केपेसिटर लगा होता है उसी डायोड के पिछले पिन पर बिजली सप्लाई का कनेक्शन होता है।
- जिस पॉइंट पर इनपुट बिजली का कनेक्शन होता है उस पॉइंट पर सिर्फ 2 डायोड ही जुड़ा होता है, बाकी कोई भी मटेरियल उस पॉइंट पर नहीं लगता है।
- पॉवर रेजिस्टेंस के एक पिन का कनेक्शन रेक्टिफायर के डायोड से होता है और दुसरे पिन का कनेक्शन कहीं नहीं किया होता है। इसी दुसरे पिन पर बिजली का सप्लाई जाता है। यहाँ ध्यान रहे कि पॉवर रेजिस्टेंस का जो पिन डायोड से जुड़ा होता है, वहां पर बिजली सप्लाई का कनेक्शन नहीं होगा।
मोबाइल चार्जर में आउटपुट चार्जर केबल का कनेक्शन कहाँ होगा?
किसी भी चार्जर में आउटपुट का कनेक्शन केपेसिटर पर किया जाता है। लेकिन चूंकि चार्जर सर्किट में एक से ज्यादा केपेसिटर लगा होता है इसलिए आपको कन्फ्यूजन हो सकता है कि किस केपेसिटर पर चार्जिंग केबल का कनेक्शन होगा। तो चार्जर के आउटपुट का कनेक्शन उसी कपैसिटर से होगा जो ट्रांसफार्मर के आउटपुट से जुड़ा होगा।
दूसरा तरीका, आपको पता होना चाहिए कि किसी भी चार्जर में सबसे कम वोल्टेज उस चार्जर के आउटपुट पर ही होता है। इसलिए चार्जर के आउटपुट वाला कपैसिटर भी बाकी सभी कपैसिटर से कम वोल्ट का होता है, मोबाइल चार्जर में ये केपेसिटर या तो 10 वोल्ट का होता है या फिर 16 वोल्ट का।
इसलिए किसी भी कम्प्लीट चार्जर सर्किट में जो कपैसिटर सबसे कम वोल्ट का होगा उसी पर मोबाइल चार्जर केबल का कनेक्शन किया जाएगा। केपेसिटर के (+) पर चार्जर केबल के (+) का कनेक्शन और केपेसिटर के (-) पर चार्जर केबल के (-) का कनेक्शन किया जाएगा।
बहुत ही जल्द हम मोबाइल चार्जर के पूरे सर्किट के बारे में विस्तार से बताएँगे, अभी आपको हमारा ये पोस्ट कैसा लगा कमेन्ट करके हमें जरूर बताएं और यदि इस पोस्ट से आपको कुछ भी मदद मिली हो तो इसे सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें और इस वेबसाइट को सब्सक्राइब करना भी न भूलें।
ajit says
mobile charger ke transformer ko ac supply kis prakar milta hai?
The Real Person!
Sorry Ajit ji, time milne par hum is topic par post jarur karenge. Sach kahun to abhi hamein khud is topic par aur research karne ki jarurat hai.
NItesh says
Sir electric bord me output & input wire kya hota h wahi jo gram(hot) & thandi(cold) wire ya kuchh alag hota h
The Real Person!
आप इस आर्टिकल को रीड करें…
https://www.electguru.com/electric-board-wiring-connection-diagram/
Elect Guru says
Dhanyawad Devendra ji, yadi aapko ye website pasand aaye to social media par hamein follow karna na bhoolein. Hamare saath bane rahein hum aur bhi post share karne wale hain.
Devendra says
Sir aap electronic ke bare me kafi accha explain karte hai. Great article sir