20वीं सदी का विज्ञान यदि आज के विज्ञान जितना विकसित नहीं था तो उस समय मनुष्य की जरूरतें भी सीमित हुआ करती थीं। जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी का विकास होता गया इंसान की जरूरतें भी बढ़ती गयी। 20 वीं शताब्दी में रात को अपने घर में उजाला करने के लिए लोग दीया और लालटेन का इस्तेमाल करते थे। लेकिन दीये या लालटेन को जलाने के लिए लोगों को केरोसिन ईंधन अर्थात मिटटी के तेल का इस्तेमाल करना पड़ता था जो महंगा होता था और उससे जलाने के बाद घर में कालिख भी भर जाता था।
फिर जब बिजली की पहुँच हरेक लोगों तक होने लगी तो लोग रात में इलेक्ट्रिक बल्ब का इस्तेमाल करने लगे। लेकिन इसकी एक समस्या ये थी कि इलेक्ट्रिक बल्ब तभी काम करता था जब बिजली रहता था। बिजली कट जाने के बाद लोगों को फिर से दीया और लालटेन का ही सहारा लेना पड़ता था। हालांकि, बहुत समय पहले कुछ डीसी बल्ब भी आ चुके थे जो 1.5 वोल्ट वाले सेल से जलाया जा सकता था लेकिन इसका इस्तेमाल बहुत ही कम लोग करते थे। या यूं कहें कि उस समय डीसी बल्ब का इस्तेमाल सिर्फ शहरों या बड़े शहरों तक ही सीमित था।
फिर इसके बाद कब 21 वीं सदी आया और कब इमरजेंसी लाइट का निर्माण हो गया पता ही नहीं चला। वर्तमान समय में तो इतने प्रकार का इमरजेंसी लाइट मार्केट में आ चुका है जिसके बारे में कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। हालांकि इस बात की जानकारी सभी को होगी कि इमरजेंसी लाइट क्या है और इमरजेंसी लाइट का काम क्या है? लेकिन क्या आप जानते हैं इमरजेंसी लाइट कितने प्रकार का होता है? क्या आप जानते हैं कि इमरजेंसी लाइट कैसे काम करता है? यदि नहीं जानते हैं तो हमारा ये पोस्ट जरूर पढ़ें। इस पोस्ट में आज हम इमरजेंसी लाइट की पूरी जानकारी हिंदी में देने जा रहे हैं।
Pixabay |
Emergency Light क्या है और ये काम कैसे करता है?
इमरजेंसी लाइट एक इलेक्ट्रिकल उपकरण है जिसकी मदद से इलेक्ट्रिकल ऊर्जा को प्रकाश ऊर्जा में बदला जाता है। इसका इस्तेमाल अँधेरे जगह पर उजाला करने के लिए किया जाता है। इमरजेंसी लाइट एक डीसी उपकरण होता है जिसे काम करने के लिए किसी भी प्रकार के तैलीय ईंधन की जरूरत नहीं होती।
इसे काम करने के लिए इलेक्ट्रिकल ऊर्जा की जरूरत होती है जिसके लिए उसमें बैटरी लगा होता है। अपने अन्दर लगे हुए बैटरी की मदद से ही इमरजेंसी लाइट काम करता है और प्रकाश देता है। लगभग हरेक इमरजेंसी लाइट रिचार्जेबल ही होता है लेकिन कुछ-कुछ रिचार्जेबल नहीं भी हो सकता है।
इमरजेंसी लाइट में लगे हुए बैटरी में सीमित मात्रा में इलेक्ट्रिकल ऊर्जा भरा होता है और एक निश्चित समय तक उपयोग के बाद वो ऊर्जा समाप्त हो जाता है और लाइट में लगा हुआ बल्ब या तो बंद हो जाता है या उसका प्रकाश धीमा हो जाता है। इस प्रक्रिया को ही हम बैटरी डाउन हो जाना कहते हैं। बैटरी डाउन हो जाने का सीधा-सा मतलब होता है कि उसके अन्दर स्टोर किया हुआ ऊर्जा समाप्त हो गया है।
चूंकि इमरजेंसी लाइट में रिचार्जेबल बैटरी लगा होता है इसलिए बिजली के प्रयोग से उस बैटरी को फिर से चार्ज कर दिया जाता है। बैटरी चार्ज करने का सीधा मतलब है कि बैटरी में फिर से ऊर्जा भर जाता है। फिर इसके बाद बैटरी को एनर्जी मिलते ही इमरजेंसी लाइट में लगे हुए बल्ब को भी एनर्जी मिलने लगता है और वो एक बार फिर से तेज प्रकाश करने लगता है।
इमरजेंसी लाइट कितने प्रकार का होता है?
बनावट, रख-रखाव और इस्तेमाल किए गए मटेरियल के आधार पर इमरजेंसी लाइट का निर्माण बहुत प्रकार से किया गया है। इंडिया में ज्यादा इस्तेमाल किये जाने वाले कुछ प्रसिद्ध इमरजेंसी लाइट के बारे में नीचे बताया जा रहा है। लेकिन यहाँ एक बात का ध्यान रहे कि यहाँ हम जितने भी टाइप के इमरजेंसी लाइट के बारे में बतायेंगे वो सिर्फ हम अपने अनुभव के आधार पर बतायेंगे जिसका इस्तेमाल हमने ज्यादातर देखा है। तो चलिए जानते हैं इमरजेंसी लाइट टाइप्स के बारे में।
1) स्मॉल एलईडी बल्ब इमरजेंसी लाइट क्या है?
इस प्रकार के इमरजेंसी लाइट में आमतौर पर बहुत सारे 4 वोल्ट के एलईडी बल्ब का इस्तेमाल किया जाता है। अर्थात इसमें बहुत सारा छोटा-छोटा एलईडी बल्ब लगा होता है जिस वजह से ऊर्जा की कम खपत होती है। आमतौर पर ऐसे लाइट की बैटरी 4 वोल्ट की होती है।
2) इमरजेंसी ट्यूब लाइट क्या है?
इस प्रकार के इमरजेंसी लाइट में सिर्फ एक ही बल्ब लगा होता है। आमतौर पर ऐसे लाईट में ट्यूबलाईट का इस्तेमाल किया जाता है जिस वजह से ये ज्यादा ऊर्जा की खपत करता है। इसलिए ऐसे लाईट में ज्यादातर 4V से ज्यादा का बैटरी इस्तेमाल किया जाता है जिससे ये वजन में भारी हो जाता है और महंगा भी हो जाता है।
3) 3-वे स्विच इमरजेंसी लाइट क्या है?
इस प्रकार के इमरजेंसी लाइट में जो स्विच लगा होता है वो 3 स्टेप में काम करता है। एक स्टेप में लाइट ऑफ हो जाता है। दूसरे स्टेप में लाइट धीमा प्रकाश करता है। और फिर तीसरे स्टेप में वो लाइट पूरा प्रकाश करता है।
4) मल्टी स्विच इमरजेंसी लाइट क्या है?
इस प्रकार के इमरजेंसी लाइट में जो स्विच लगा होता है वो बहुत सारे चरण में काम करता है। सबसे पहले चरण में तो ये ऑफ रहता है। इसके बाद अगले चरण में धीमे प्रकाश में लाइट जलता है। लेकिन इसके बाद इसके स्विच को ज्यों-ज्यों आगे करते जायेंगे इसका प्रकाश बढ़ता जायेगा और सबसे अंत में लाईट पूरे प्रकाश के साथ जलेगा। इस प्रकार के इमरजेंसी लाइट में अधिकांशतः रोटरी स्विच या वॉल्यूम स्विच का इस्तेमाल किया जाता है।
5) टच पैड इमरजेंसी लाइट क्या है?
इस प्रकार के लाइट को पूरी तरह से ऑफ करने के लिए एक स्विच लगा होता है। जब इस स्विच को ऑन किया जाता है तो लाइट ऑन होता है और फिर इसके टच वाले हिस्से को सिर्फ उंगली से छूकर ही बल्ब के प्रकाश को तीव्र या धीमा किया जा सकता है। इसलिए इसे emergency touch light कहा जाता है।
6) स्टैंड या मूवेबल इमरजेंसी लाइट क्या है?
इस प्रकार के लाइट में 1 से ज्यादा कैबिनेट लगा होता है और सभी कैबिनेट आपस में स्क्रू की मदद से जुड़ा होता है। ऐसे लाइट में बल्ब को अलग कैबिनेट में रखा जाता है और बाकी के सभी मटेरियल को अलग कैबिनेट में रखा जाता है। यदि आप इस लाइट को कहीं पर स्थिर करके लगा देंगे तो भी इसके बल्ब को इसके क्षमता के अनुसार इधर-उधर घुमा सकेंगे।
7) नॉट मूवेबल इमरजेंसी लाइट क्या है?
इस प्रकार के लाइट में सिर्फ एक ही कैबिनेट लगाया जाता है। एक ही कैबिनेट में बल्ब और बाकी का सभी मटेरियल भी लगा दिया जाता है। यदि आप ऐसे लाइट को कहीं पर रककर सिर्फ इसके बल्ब को घुमाना चाहेंगे तो नहीं घुमा पाएंगे क्योंकि वो फिक्स होता है।
8) टॉर्च इमरजेंसी लाइट क्या है?
इस प्रकार का इमरजेंसी लाइट एक टोर्च के शक्ल का होता है। ये इस प्रकार से बना होता है कि आप इसे टोर्च के रूप में कहीं आने-जाने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं और साथ ही इसका इस्तेमाल आप इसे एक जगह पर स्थिर रखकर इमरजेंसी लाइट की तरह भी कर सकते हैं। लेकिन टॉर्च की खूबी होने की वजह से इसे emergency light torch कहा जाता है।
9) इमरजेंसी लाइट पावर पैक क्या है?
इस प्रकार के इमरजेंसी लाइट से आप आपातकालीन समय में अपना मोबाइल भी चार्ज कर सकते हैं। लेकिन लोकल कंपनी के इस तरह के इमरजेंसी लाइट से मोबाइल चार्ज करने पर आपका मोबाइल भी खराब हो सकता है इसलिए यदि आप ऐसा लाइट खरीदना चाहते हैं तो किसी ब्रांडेड कंपनी का ही खरीदें। आमतौर पर ऐसे लाइट को emergency light with power bank के नाम से भी जाना जाता है।
10) इलेक्ट्रिसिटी चार्जेबल इमरजेंसी लाइट क्या है?
इस प्रकार के इमरजेंसी लाइट को बिजली की सहायता से चार्ज किया जाता है। आमतौर पर इसी लाइट का इस्तेमाल ज्यादा किया जाता है क्योंकि लगभग हरेक घर में बिजली उपलब्ध होता है। लेकिन इस लाइट की सबसे बड़ी कमजोरी ये है कि यदि चार्ज होते समय कभी आपके शरीर का कोई अंग इसके किसी भी तार या मटेरियल के संपर्क में आ गया तो आपको करंट लग जायेगा।
11) मोबाइल चार्जर इमरजेंसी लाइट क्या है?
इस प्रकार के इमरजेंसी लाइट में चार्जिंग किट नहीं लगा होता है। इसमें सिर्फ एक चार्जिंग जैक और एक चार्जिंग एलईडी लगा होता है। इस लाइट को मोबाइल चार्जर से चार्ज करना पड़ता है। ऐसे लाइट की सबसे बड़ी खूबी ये है कि ये सस्ता भी होता है और इसमें किसी भी स्थिति में करंट लगने का कोई डर नहीं रहता है। इस प्रकार के लाइट को Emergency light with mobile charger भी कहा जाता है।
12) इमरजेंसी लाइट सोलर चार्जर क्या है?
इस प्रकार के इमरजेंसी लाइट को सोलर एनर्जी से चार्ज किया जाता है। लेकिन चूंकि सोलर प्लेट महंगा होता है जिस वजह से सोलर लाइट भी काफी महंगा होता है। लेकिन सोलर लाइट की सबसे बड़ी खूबी ये होती है कि इसमें आपको एक ही बार सिर्फ खरीदते समय ही पैसा खर्च होता है और आपको लम्बे समय तक वारंटी या गारंटी मिल जाती है।
इसके बाद इसे चार्ज करने के लिए आपको सिर्फ सूरज के किरणों की जरूरत पड़ती है जिससे आपके बिजली बिल पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। साथ ही इसे Emergency light solar energy या emergency light with solar charging के नाम से भी जाना जाता है।
13) मल्टी चार्जिंग इमरजेंसी लाइट क्या है?
इस प्रकार के इमरजेंसी लाइट को बिजली से भी चार्ज किया जाता है और इसे सोलर प्लेट से भी चार्ज किया जा सकता है। वास्तव में बिजली से चार्ज होने वाले लाइट में ही अलग से सोलर प्लेट वाला विकल्प लगा दिया गया है। हालाँकि ऐसे लाइट में लगा हुआ सोलर प्लेट काफी छोटा होता है जिस वजह से ये धीमी गति से चार्ज होता है। लेकिन साथ ही छोटा सोलर प्लेट होने की वजह से ये ज्यादा महंगा भी नहीं होता है और हर कोई इसे खरीद सकता है।
14) आटोमेटिक इमरजेंसी लाइट क्या है?
इस प्रकार के इमरजेंसी लाइट को बिजली से ही चार्ज किया जाता है। लेकिन इसकी विशेषता ये होती है कि यदि इसका स्विच ऑन अवस्था में हो तो भी चार्ज में लगाने के बाद इसका बल्ब आटोमेटिक बुझ जाता है। इसी वजह से इसे emergency light with automatic charger के नाम से भी जाना जाता है।
15) फेन इमरजेंसी लाइट क्या है?
इस प्रकार के इमरजेंसी लाइट में बल्ब के साथ-साथ एक पंखा भी लगा होता है। इसका इस्तेमाल सिर्फ गर्मी के सीजन में ही किया जाता है क्योंकि ठंडी के सीजन में लोग पंखे का इस्तेमाल नहीं करते। हालंकि ठंडी के मौसम में भी इसे इमरजेंसी लाइट की तरह तो इस्तेमाल किया जा ही सकता है। लेकिन पंखा होने की वजह से इसे Emergency Light with Fan भी कहा जा सकता है।
इमरजेंसी लाइट के पार्ट्स कितने होते हैं?
जिस प्रकार से मानव शरीर के विभिन्न अंग होते हैं और उन सभी अंगों का अपना-अपना एक अलग काम होता है ठीक उसी प्रकार से इमरजेंसी लाइट के भी कुछ पार्ट्स या अंग होते हैं जिनका अपना निर्धारित काम होता है। नीचे हम एक सामान्य इमरजेंसी लाइट पार्ट्स के बारे में बता रहे हैं।
1) इमरजेंसी लाइट में बैटरी का काम क्या है?
जिस प्रकार से लालटेन को जलाने के लिए उसमें मिटटी का तेल डालना पड़ता था ठीक उसी प्रकार से इमरजेंसी लाइट को जlaaने के लिए भी पॉवर की जरूरत होती है जिसके लिए उसमें एक बैटरी लगा होता है। हालांकि ऊपर हम बता चुके हैं कि इमरजेंसी लाइट बहुत प्रकार का होता है और सभी का उपयोग अलग तौर-तरीके से किया जाता है। इसलिए विभिन्न प्रकार के लाइट में विभिन्न प्रकार और विभिन्न वोल्ट का बैटरी लगा होता है।
एक सामान्य घरों में इस्तेमाल होने वाले emergency light batteries का वोल्टेज 4V होता है। अधिकतर इमरजेंसी लाइट रिचार्जेबल बैटरी के साथ ही आता है लेकिन कुछ साल पहले तक का इमरजेंसी लाइट सूखे सेल के साथ भी आता था।
2) LED or Tubelight: इमरजेंसी लाइट का एलईडी बल्ब या ट्यूबलाईट
ऊपर हम बता चुके हैं कि कुछ सस्ते इमरजेंसी लाइट में बहुत सारा छोटा एलईडी बल्ब लगा होता है तो महंगे वाले में ट्यूबलाईट भी लगा होता है। चाहे इमरजेंसी लाइट की बात हो या किसी अन्य उपकरण की या फिर किसी भी प्रकार के बल्ब की बात हो, सभी जगह पर बल्ब का काम होता है ‘इलेक्ट्रिकल ऊर्जा को प्रकाश ऊर्जा में बदलना‘. अर्थात इमरजेंसी लाइट में किसी भी प्रकार का बल्ब, बैटरी से ऊर्जा लेकर उसे प्रकाश ऊर्जा में बदल देता है जिसके फलस्वरूप उजाला हो जाता है।
- मोबाइल चार्जर से चार्ज होने वाले इमरजेंसी लाइट का चार्जर
- मोबाइल चार्जर में इनपुट और आउटपुट का कनेक्शन
3) Charging Cable: इमरजेंसी लाइट का चार्जिंग केबल
इमरजेंसी लाइट का बैटरी डाउन हो जाने के बाद चार्जिंग केबल की सहायता से उसे चार्ज किया जाता है। चार्जिंग केबल में 2 छोर होते हैं। एक छोर में बिजली का प्लग लगा होता है जिसे इलेक्ट्रिक बोर्ड में लगाना होता है। और दुसरे छोर पर एक सॉकेट लगा होता है जिसे सिर्फ इमरजेंसी लाइट या कुछ ख़ास उपकरणों में ही लगाया जा सकता है। इस केबल को Emergency Light Charging Cable के नाम से जाना जाता है।
4) Charging Socket: इमरजेंसी लाइट में चार्जिंग सॉकेट का क्या काम है?
चार्जिंग केबल को इमरजेंसी लाइट के जिस सॉकेट में लगा जाता है उसे चार्जिंग सॉकेट कहते हैं। हालांकि मोबाइल के चार्जर से चार्ज होने वाले इमरजेंसी लाइट में चार्जिंग के लिए जो सिस्टम लगा होता है उसे चार्जिंग जैक कहा जाता है।
5) Charging LED: चार्जिंग एलईडी क्या है?
इमरजेंसी लाइट हो या कोई भी चार्जेबल उपकरण हो, जिस समय वो चार्ज हो रहा होता है उसमें एक छोटा-सा चार्जिंग एलईडी जरूर लगाया जाता है। आमतौर पर चार्जिंग एलईडी के लिए लाल प्रकाश करने वाला एलईडी इस्तेमाल किया जाता है लेकिन किसी ख़ास उपकरण का चार्जिंग एलईडी दुसरे रंग में भी जल सकता है। चार्जिंग एलईडी का काम सिर्फ इतना होता है कि जब कोई उपकरण चार्जिंग अवस्था में हो तो एलईडी प्रकाश करने लगे जिससे उस उपकरण के चार्जिंग अवस्था में होने का पता चलता रहे।
6) Switch: इमरजेंसी लाइट में स्विच का काम क्या है?
जब जरूरत नहीं होती है तब इमरजेंसी लाइट को ऑफ करने के लिए स्विच का प्रयोग किया जाता है। विभिन्न प्रकार के इमरजेंसी लाइट में विभिन्न प्रकार के स्विच का इस्तेमाल किया जाता है। कुछ में रोटरी स्विच तो कुछ में टू-वे स्विच का भी इस्तेमाल किया जाता है।
7) Charging Kit: चार्जिंग किट का क्या काम है?
जब बैटरी डिस्चार्ज हो जाता है तो उसे चार्ज करने के लिए चार्जिंग केबल की जरूरत पड़ती है। इस चार्जिंग केबल का काम सिर्फ इतना होता है कि वो इलेक्ट्रिक बोर्ड से बिजली को लाइट तक पहुंचा देता है। सीधे शब्दों में कहें तो चार्जिंग केबल सिर्फ तार का काम करता है और इमरजेंसी लाइट तक पूरे 220V ac पहुंचा देता है। अब यदि इतने वोल्ट पर बैटरी को चार्ज किया जायेगा तो वो तुरंत ब्लास्ट कर जायेगा।
इसलिए किसी भी इमरजेंसी लाइट में एक ऐसे सर्किट की जरूरत होती है जो 220V एसी को बैटरी के बराबर सप्लाई में बदल दे। इसी किट को चार्जिंग किट के नाम से जाता है। सीधे शब्दों में कहें तो चार्जिंग किट का मतलब बैटरी का चार्जर होता है। आमतौर पर बहुत सारे इमरजेंसी लाइट के चार्जिंग किट में ही चार्जिंग सॉकेट, चार्जिंग एलईडी और स्विच को भी लगा दिया जाता है जिससे वो लाईट के कैबिनेट में आसानी से फिट हो जाता है। इस किट को Emergency light charging circuit कहा जाता है।
8) Wire emergency light: इमरजेंसी लाइट में तार का काम क्या है?
सभी मटेरियल का आपस में इलेक्ट्रिकल कनेक्शन करने के लिए इमरजेंसी लाइट में कुछ तार का इस्तेमाल भी किया जाता है।
9) Emergency Light Plastic Cabinet: इमरजेंसी लाइट का कैबिनेट
सभी मटेरियल को जिस खांचे में फिट किया जाता है उसे कैबिनेट कहा जाता है या फिर इसे बॉडी भी कहा जा सकता है। विभिन्न प्रकार के इमरजेंसी लाइट में विभिन्न प्रकार का कैबिनेट इस्तेमाल किया जाता है। अभी तक हमने 99% लाइट में प्लास्टिक का ही कैबिनेट लगा देखा है।
10) Stand: इमरजेंसी लाइट का स्टैंड
बहुत सारे इमरजेंसी लाइट में बल्ब से लेकर चार्जिंग सॉकेट तक सभी सामानों को एक ही कैबिनेट में फिट कर दिया जाता है। लेकिन बहुत समय से एक ख़ास प्रकार के इमरजेंसी लाइट का इस्तेमाल ज्यादा होने लगा है जिसे फोल्ड भी किया जा सकता है। इस प्रकार के लाइट में बल्ब को एक अलग कैबिनेट में फिट किया जाता है और बाकी के सभी मटेरियल को भी एक अलग कैबिनेट में फिट किया जाता है।
फिर इसके बाद दोनों कैबिनेट के बीच में एक स्टैंडनुमा कैबिनेट लगा दिया जाता है ताकि लाईट को फोल्ड किया जा सके। फोल्ड करने का मतलब ये होता है कि उस लाईट को मोड़कर भी रखा जा सकता है और फैलाकर भी रखा जा सकता है। इस प्रकार के लाईट के स्टैंड के बीच से ही तार को एलईडी बल्ब तक पहुँचाया जाता है।
Emergency Light Price: इमरजेंसी लाइट की कीमत कितनी होती है?
किसी भी इमरजेंसी लाइट की कीमत उसमें इस्तेमाल किये जाने वाले मटेरियल के गुणवत्ता पर निर्भर करता है। मोबाइल चार्जर से चार्ज होने वाले लोकल इमरजेंसी लाइट प्राइस 80 रूपये से ही मिलना शुरू हो जाता है। जबकि स्टैंड वाला लाइट 150 रूपये से मिलना शुरू हो जाता है। ट्यूबलाईट वाले लाइट की कीमत 500 रूपये से भी ज्यादा होता है जबकि वहीं टच लाइट की कीमत 350 रूपये से शुरू हो जाती है।
सोलर लाइट भी बहुत प्रकार का आता है जिसमें से सबसे अच्छी कम्पनी के सोलर लाइट की कीमत 400 रूपये से शुरू हो जाती है। लेकिन इससे भी ज्यादा कीमत का सोलर लाइट मार्किट में उपलब्ध होता है जिसकी कीमत हजारों रूपये तक हो सकता है। हालांकि सोलर और बिजली दोनों से चार्ज होने वाला लोकल मल्टी चार्जिंग इमरजेंसी लाइट 200 रूपये में भी मिल सकता है।
अगले पोस्ट में हम इमरजेंसी लाइट बनाने का तरीका के बारे में विस्तारपूर्वक बताएंगे। अभी आपको हमारा ये पोस्ट कैसा लगा कमेंट करके हमें जरूर बताएं और यदि ये पोस्ट आपको पसंद आया हो तो सोशल मीडिया पर इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें और इस वेबसाइट को सब्सक्राइब करना भी न भूलें।
Add a comment